*गाय से जुड़ी 51 रोचक जानकारी...*


*1- गौ माता जिस जगह खड़ी रहकर आनंद पुर्वक चैन की सांस लेती हैं वहाँ वास्तु दोष समाप्त हो जाते है।*
*2- गौ माता मे तैतीस कोटी देवी देवताओं का वास है।*
*3- गौ माता जीस जगह खुशी से रभांने से देवी देवता उस जगह पुष्प वर्षा करते है।*
*4- गौ माता के गले मे घंटी जरूर बांधे गाय के गले मे घंटी बजने से गौ आरती होती है।*
*5- जो व्यक्ति गौ माता की सेवा पुजा करता है उस पर आने वाली सभी प्रकार की विपदाओं को गौ माता हर लेती है।*
*6- गौ माता के खुर्र मे नागदेवता का वास होता है।जहाँ गौ माता विचरण करती है उस जगह साप बिच्छू नही आते है।*
*7- गौ माता के गोबर मे लक्ष्मी जी का वास होता है।*
*8- गौ माता के मुत्र मे गंगाजी का वास होता है।*
*9- गौ माता के गोबर से बने उपलो का रोजाना घर दुकान मंदिर परिसरो पर धुप करने से वातावरण शुद्ध होता सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।*
*10- गौ माता के एक आँख मे सुर्य व दुसरी आँख मे चन्द्र देव का वास होता है।*
*11- गाय इस धरती पर साक्षात देवता है।*
*12- गौ माता अन्नपूर्णा देवी है कामधेनु है मनोकामना पूर्ण करने वाली है।*
*13- गौ माता के दुध मे स्वर्ण तत्व पाया जाता है जो रोगो की क्षमता को कम करता है।*
*14- गौ माता की पुछ मे हनुमानजी का वास होता है किसी व्यक्ति को बुरी नजर लग जाये तो गौ माता की पूंछ से झाडा लगाने से नजर उतर जाती है।*
*15- गौ माता की पीठ पर एक उभरा हुआ कुबंड होता है उस कुबंड मे सुर्य केतु नाड़ी होती है, रोजाना सुबह आधा घंटा गौ माता की कुबंड हाथ फेरने से रोगो का नाश होता है*
*16- गौ माता का दुध अमृत है।*
*17- गौ माता धर्म की धुरी है।गौ माता के बिना धर्म कि कल्पना नही कि जा सकती।*
*18- गौ माता जगत जननी है।*
*19- गौ माता पृथ्वी का रूप है।*
*20- गौ माता सर्वो देवमयी सर्वोवेदमयी है।*
*21- गौ माता के बिना देवों-वेदों की पुजा अधुरी है।*
*22- एक गौ माता को चारा खिलाने से तैतीस कोटी देवीदेवताओ को भोग लग जाता है।*
*23- गौ माता से ही मनुष्यो के गौत्र की स्थापना हुई है।*
*24- गौ माता चौदह रत्नो मे एक रत्न है।*
*25- गौ माता साक्षात माँ भवानी का रूप है।*
*26- गौ माता के पंचगव्य के बिना पुजा पाठ हवन सफल नही होते है।*
*27- गौ माता के दुध,घी,दही,माखन गोबर व् गोमुत्र से बने पंचगव्य हजारो रोगो की दवा है। इसके सेवन से असाध्य रोग भी खत्म हो जाते हैं।*
*28- गौ माता को घर पर रखकर सेवा करने वाला सुखी आध्यात्मिक जीवन जीता है। उनकी अकाल मृत्यु नही होती है।*
*29- तन-मन-धन से जो मनुष्य गौ सेवा करता है। वो वैतरणी गौ माता की पुछ पकड कर पार करता है,उन्हें गौलोकधाम मे वास मीलता है।*
*30- गौ माता के गोबर से इधंन तैयार होता है।*
*31- गौ माता सभी देवी देवताओं मनुष्यो की आराध्य है इष्ट देव है।*
*32- साकेत स्वर्ग इन्द्र लोक से भी उच्चा गौ लोक धाम है।*
*33- गौ माता के बिना संसार की रचना अधुरी है।*
*34- गौ माता मे दिव्य शक्तिया होने से संसार का संतुलन बना रहता है।*
*35- गाय माता के गौवंशो से भूमि को जोत कर की गई खेती सर्वश्रेष्ट खेती होती है।*
*36- गौ माता जीवन भर दुध पिलाने वाली माता है। गौ माता को जननी से भी ऊँचा दर्जा दिया गया है।*
*37- जहाँ गौ माता निवास करती है, वह स्थान तिर्थ धाम बन जाता है।*
*38- गौ माता कि सेवा परिक्रमा करने से सभी तिर्थो के पुण्यो का लाभ मीलता है।*
*39- जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो तो वो व्यक्ति अपनी हथेली मे गुड को रखकर गौ माता को जीभ से चटाये गौ माता की जीभ हथेली पर रखे गुड को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है।*
*40- गौ माता के चारो चरणो के बीच से निकल कर परिक्रमा करने से इंसान भय मुक्त हो जाता है।*
*41- गाय माता जब आनंद पुर्वक सासें लेती है,छोडती है।वहाँ से नकारात्मक ऊर्जा भाग जाती है, सकारात्मक ऊर्जा की प्राप्ति होती है। वातावरण शुद्ध होता है।*
*42- गौ माता के गर्भ से ही महान विद्वान धर्म रक्षक गौ कर्ण जी महाराज पैदा हुए थे।*
*43- गौ माता की सेवा के लिए ही इस धरा पर देवी देवताओं ने अवतार लीये है।*
*44- जब गौ माता बछडे को जन्म देती तब पहला दुध बाँझ स्त्री को पिलाने से उनका बाँझपन मिट जाता है।*
*45- स्वस्थ गौ माता के मुत्र को रोजाना दो तोला सात पट कपडे मे छानकर सेवन करने से सारे रोग मीट जाते है।*
*46- गौ माता वात्सल्य भरी निगाहों से जिसको भी देखती है,उनके ऊपर गौकृपा हो जाती है।*
*47- गाय इस संसार का प्राण है।*
*48- काली गाय की पुजा करने से नव ग्रह शांत रहते है,जो मन पुर्वक धर्म के साथ गौ पुजन करता है। उनको शत्रु दोषो से छुटकारा मीलता है।*
*49 गाय धार्मिक आर्थिक व सांस्कृतिक आध्यात्मिक दृष्टि से सर्वगुण संपन्न है।*
Hamirsha Anjana

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